मोगा शहर की प्रसिद्ध शिक्षण संस्था ब्लूमिंग बड्स स्कूल में ग्रुप चेयरमैन श्री संजीव कुमार सैनी व चेयरपर्सन मैडम कमल सैनी के नेतृत्व में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल में सुबह की सभा के दौरान विद्यार्थियों ने इस दिवस से संबंधित चार्ट प्रस्तुत किए तथा इस दिवस के बारे में जानकारीपरक लेख भी विद्यार्थियों के साथ साझा किए गए। उन्होंने जानकारी साझा करते हुए बताया कि राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस हर वर्ष 24 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य कारण 1992 के 73वें संविधान संशोधन के तहत है जो अप्रैल 1993 से लागू हुआ, हालांकि भारत में पंचायती राज प्राचीन काल से ही चला आ रहा था। 24 अप्रैल 1993 को गांव, मध्यवर्ती व जिला स्तर की पंचायतें अस्तित्व में आई। भारतीय संविधान में पंचायतों को स्वशासन की संस्थाओं के रूप में मान्यता दी गई है। हमारे देश में करीब 2.54 लाख पंचायतें हैं, 6829 ब्लॉक पंचायतें और 659 जिला पंचायतें हैं। करीब 31.5 लाख पंचायत प्रतिनिधि हैं। स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. हमीलिया रानी ने विद्यार्थियों को बताया कि भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में पंचायत सबसे छोटी इकाई है। एक गांव के स्तर पर पंचायत ही एक पूरी सरकार की जिम्मेदारी संभालती है। आज विद्यार्थियों ने स्कूल में मंच पर गांव की पंचायत का दृश्य प्रस्तुत किया और बाकी सभी विद्यार्थियों को दिखाया कि गांव की पंचायत किस तरह काम करती है। किस तरह गांव के लोग वोट देकर पंचों का चुनाव करते हैं और फिर सरपंच का चुनाव होता है। इसके साथ ही यह भी दिखाया कि गांव के लोग किस तरह अपनी समस्याओं के बारे में सरपंच को बताते हैं। उन्होंने दिखाया कि कई तरह के छोटे-मोटे जेल और फौजदारी के मसलों का पंचायत स्तर पर समाधान किया जाता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि गांव के विभिन्न विकास कार्यों जैसे पीने के पानी, सीवरेज की निकासी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की उचित व्यवस्था का ध्यान रखना पंचायत की जिम्मेदारी है। उन्होंने आगे कहा कि इस दिन बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। इस अवसर पर समस्त स्टाफ उपस्थित था।

