जगराओं – दो दिन पहले बाबा रोडू शाह की दरगाह पर माथा टेककर लौट रहे युवक पर स्कॉर्पियो में आए हमलावरों ने गोलियां बरसाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था । गोली लगने से घायल युवक की पहचान लवकरण सिंह पुत्र हरपाल सिंह निवासी काउकें कला के रूप में हुई है। गोली उसके कंधे के पास लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तीन आरोपियों पर मामला दर्ज, सभी फरार
थाना सदर पुलिस ने इस वारदात में शामिल स्कॉर्पियो सवार तीन आरोपियों के खिलाफ थाना सदर में मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की पहचान इस प्रकार है। सोनू दोधरिया, निवासी जगराओं। डिप्पी वारिश, निवासी चुंगी नंबर 5, जगराओं। रणजीता, निवासी काउंके कलां जगराओं के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी फिलहाल फरार हैं। इन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
आरोपी पुराने आपराधिक मामलों में भी शामिल
थाना सदर इंचार्ज सुरजीत सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों पर पहले भी फायरिंग, हत्या की कोशिश और अन्य गंभीर आपराधिक मामले दर्ज रहे हैं। आरोपी कई बार जेल जा चुके हैं, लेकिन ज़मानत पर बाहर आने के बाद फिर से गैंगवार व दहशत फैलाने की गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। पुलिस के अनुसार इस हमले में अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया गया। यह भी जांच का विषय है कि ये हथियार आरोपियों तक कैसे पहुंचे।
अदालत में दोनों गुटों में झगड़े के बाद बढ़ा विवाद
इस वारदात की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है। गुरुवार को लुधियाना कोर्ट में शेरू गुट और जज गुट की पुराने केस की तारीख थी। अदालत में दोनों गुटों का आमना-सामना होने पर गुलशन कुमार उर्फ शेरू और जज राजपूत के बीच जोरदार झगड़ा हुआ था।
हमले का मुख्य आरोपी सोनू दोधरियां जज गुट के साथ खड़ा था, जबकि घायल लवकरण सिंह शेरू गुट से संबंध रखता है। अदालत में हुए विवाद की रंजिश के चलते ही आरोपियों ने शाम को लुधियाना से लौटते समय स्कॉर्पियो में पीछा कर लवकरण सिंह पर गोली चला दी।बताते चले कि दोनों गुटो के सदस्य पर पहले भी एक दूसरे पर गोलियां चलाने का मामला दर्ज है दोनों गुट ही अपना दबदबा बनाने को लेकर एक दूसरे को निशाना बनाते आ रहे है
पुलिस जांच जारी, हथियार सप्लाई नेटवर्क पर भी सवाल
जगराओं गोलीकांड मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। तीनों फरार आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। पुलिस इस बात की गहराई से पड़ताल कर रही है कि हमलावरों के पास हथियार कहाँ से आए और हमले की साज़िश किसने रची।
थाना इंचार्ज सुरजीत सिंह के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी अवैध हथियारों का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन हथियारों की सप्लाई किसने की और इन्हें कहां से खरीदा गया। अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि हथियार सप्लाई चेन में शामिल पाए जाने वाले सभी लोगों को भी मामले में नामजद किया जाएगा।

